April 01, 2010

A Small Hindi Poem

ढूँढो तुम एक चीज़ इस दुनिया में,
वो चीज़ जो तुम्हारा था सपना,
जिसकी थी तुम्हे  तलाश बचपन से ,
जिसके लिए है सांस सालो से |

चाहे हो गहरा समुन्दर में या आसमा में,
चाहे हो धरती पे या किसी के दिल में ,
चाहे हो आँगन में या तुम्हारे मन में ,
चाहे हो वन में या महल में |

ढूँढो जहा भी है , वोह तुम्हारा है ,
जिसपे न किसी का हक़ है न सोच ,
न मिला इस जनम में तो रहे प्रयास हर जनम में,
मिला तो न छोड़ो,,,,,,बस थामो अपनी हाथो में |

Just got a feeling now ,to search one thing that i have been waiting for all these years..thats how the poem came out.hope u liked it!!!!!!!

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